Tuesday, November 27, 2018

OnePlus 6T फोन अनबॉक्स कर बनाया गिनीज रिकॉर्ड

'नेवर सैटल' टैगलाइन के साथ युवाओं के दिलों पर राज करने वाली कंपनी OnePlus ने प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में एप्पल और सैमसंग को पछाड़ने के बाद अब एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है। बहुप्रतीक्षित फ्लैगशिप फोन OnePlus 6T के लॉन्च होने के बाद गुरुवार को 'OnePlus 6T मेगा अनबॉक्सिंग' इवेंट का मुंबई में आयोजन किया गया। इस इवेंट में एक साथ 559 लोगों ने OnePlus 6T की अनबॉक्सिंग की और गिनीज बुक आॅफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के लिए नया कीर्तिमान स्थापित किया।

यह खास कीर्तिमानी आयोजन मुंबई के रिचर्डसन एंड क्रुडाज में हुआ। OnePlus 6T के प्रशंसकों को अमेजॉन प्राइम नाउ की एश्योर्ड डिलीवरी के माध्यम से लॉन्चिंग के महज दो दिन में ही उनका पसंदीदा फोन मिला और उन्होंने एक साथ OnePlus 6T की अनबॉक्सिंग की। कीर्तिमान बनाने वाले ये प्रशंसक भारत के उन शुरुआती लोगों में शुमार हो गए, जिन्हें OnePlus 6T को सबसे पहले हाथ में लेकर छूने और अनुभव करने का अवसर मिला। OnePlus का यह रिकॉर्ड इवेंट इस बात का भी संकेत था कि कंपनी सभी को इसी तरह साथ जोड़े रखने में यकीन रखती है।

OnePlus इंडिया के जनरल मैनेजर विकास अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा, 'OnePlus के जरिए हम यूजर्स को लगातार अलग एक्सपीरियंस देने पर काम कर रहे हैं। यह गिनीज रिकॉर्ड भी इसी प्रयास का हिस्सा है। फोन को अनबॉक्स करने का पल बहुत खास होता है और हमारे नए फ्लैगशिप OnePlus 6T के लिए कम्यूनिटी के सैकड़ों सदस्यों द्वारा एक साथ फोन को अनबॉक्स कर इतिहास बनाते देखना दिल को छू लेने वाला अनुभव है।

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड एडजुडिकेटर ऋषि नाथ ने कहा, 'वनप्लस कम्यूनिटी के सदस्यों के जोश और उत्साह को देखकर मैं चकित था। इस रिकॉर्ड के साथ OnePlus भारत में अपनी लोकप्रियता में और इजाफा करेगा। अपनी भरोसेमंद कम्यूनिटी के साथ OnePlus ने एक और मील का पत्थर पार किया है।'

इस इवेंट में कम्यूनिटी के सदस्यों के साथ ही प्रजेंटर, फिटनेस मॉडल और अभिनेत्री बानी जे तथा गीतकार, रैप कलाकार और संगीतकार ब्रोधा वी भी मौजूद थे। यह इवेंट गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के आधिकारिक एडजुडिकेटर ऋषि नाथ की देखरेख में सम्पन्न हुआ।

मोस्ट फ्यूचरिस्टिक फ्लैगशिप फोन है OnePlus 6T
OnePlus 6T कंपनी का अब तक का मोस्ट फ्यूचरिस्टिक फ्लैगशिप फोन है। इस फोन में स्क्रीन अनलॉक, 6.41—इंच का आॅप्टिक एमोल्ड डिस्प्ले, क्लास—लीडिंग हार्डवेयर और शानदार डिजाइन है जो इसे इंडस्ट्री का सबसे तेज और स्मूद फोन बनाते हैं। इसमें अब तक का सबसे पावरफुल प्लेटफॉर्म क्वेलकॉम स्नेपड्रेगन 845 है और इसमें 8 जीबी तक रैम है। OnePlus 6T के एक नए फीचर स्मार्ट बूस्ट से एप की कोल्ड स्टार्ट स्पीड 20 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। कैमरे को शानदार बनाते हुए OnePlus 6T में नाइटस्केप दिया गया है जो शहरों में कम रोशनी के माहौल में भी अच्छी तस्वीरें खींच सकता है। आॅक्सीजनओएस की वजह से इसे क्लेरिटी, डायनेमिक रेंज और ऐज डिटेक्शन मिलता है।

मिडनाइट ब्लैक और मिरर ब्लैक
OnePlus 6T फोन मिडनाइट ब्लैक और मिरर ब्लैक रंगों में मिल रहा है और इसके तीन वेरिएंट हैं— 6/128 GB, 8/128 GB और 8/256 GB। यह खास फोन Amazon.in, oneplus.in, क्रोमा स्टोर और OnePlus एक्सक्लूसिव आॅफलाइन स्टोर पर शानदार आॅफर्स के साथ उपलब्ध है। इस फोन की कीमत 6/128GB के लिए 37,999 रुपए, 8/128GB के लिए 41,999 रुपए और 8/256GB के लिए 45,999 रुपए है।

Tuesday, November 13, 2018

सुप्रीम कोर्ट 49 पुनर्विचार याचिकाओं पर 22 जनवरी को खुली अदालत में करेगा सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट ने केरल के सबरीमाला मंदिर में हर उम्र की महिलाओं को प्रवेश देने के अपने फैसले पर पुनर्विचार के लिए दायर 49 याचिकाएं मंजूर कर ली हैं। इन पर 22 जनवरी को खुली अदालत में सुनवाई होगी। मंगलवार को शीर्ष अदालत ने साफ कहा कि सुनवाई होने तक मंदिर में महिलाओं के प्रवेश का फैसला बरकरार रहेगा। 28 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पांच जजों की बेंच ने 4-1 से फैसला दिया था। इसमें सभी आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी गई थी। पहले यहां 10 साल की बच्चियों से लेकर 50 साल तक की महिलाओं के प्रवेश पर पाबंदी थी।

पांच जजों की बेंच के फैसले पर पुनर्विचार की मांग करती सभी याचिकाएं चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस आरएफ नरीमन, जस्टिस एएम खानविलकर, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस इंदु मल्होत्रा की बेंच के सामने रखी जाएंगी। इन याचिकाओं के अलावा फैसले पर पुनर्विचार के लिए तीन अलग-अलग याचिकाएं चीफ जस्टिस गोगोई, जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस केएम जोसेफ की बेंच के पास खुली अदालत में सुनवाई के लिए भेजी जाएंगी।

फैसले के पक्ष और विपक्ष में हो रहे प्रदर्शन
सबरीमाला मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केरल में विरोध-प्रदर्शन हुए। कई संगठन कोर्ट के फैसले के खिलाफ तो कई इसके पक्ष में प्रदर्शन कर रहे हैं।

17 नवंबर से 2 महीने के लिए खुलेंगे द्वार
सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा का मंदिर 17 नवंबर को दो महीना के लिए खुलेगा। केरल सरकार इस सप्ताह शुरू हो रही तीर्थयात्रा से पहले सबरीमाला मंदिर से जुड़े अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक कर सकती है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक मोहन भागवत ने गुरुवार को कहा- राम मंदिर के निर्माण के लिए सरकार को कानून बनाना चाहिए। राम जन्मभूमि की जगह अभी तक आवंटित नहीं की गई है। सबूतों ने पुष्टि की है कि उस जगह एक मंदिर था। अगर राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होता तो मंदिर बहुत पहले बन गया होता। भागवत ने यह भी कहा कि सबरीमाला मामले में सुप्रीम कोर्ट ने परंपरा का ध्यान नहीं रखा। ये कई सालों से चली आ रही हैं लेकिन इनके मूल कारण का विचार ही नहीं किया गया।

पाक-इटली से आते हैं देश तोड़ने के विचार

दशहरे के मौके पर संघ मुख्यालय में हुए कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि हमें शत्रुओं से बचाव का उपाय करना ही होगा। हमें यह करना होगा कि कोई हमसे लड़ने की हिम्मत ही न करे। प्रजातंत्र में आंदोलन सामान्य बात है, लेकिन पिछले दिनों हुए आंदोलनों में छोटी बातों को बड़ा किया गया। नारे लगे- ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे, बंदूक की नली पर सत्ता हासिल करेंगे।’ ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। इसका राजनीतिक लाभ भी लिया जाता है। इसका नरेटिव सोशल मीडिया पर खूब चलता है। देश तोड़ने के विचार पाकिस्तान, इटली और अमेरिका से आते हैं। समाज की विषमता का लाभ उठाकर उपेक्षित लोगों को राजनीतिक लोग अपने लिए बारूद की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके जरिए समाज में प्रचलित श्रद्धाओं और नेतृत्व को ढहाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि माओवाद तो हमेशा से अर्बन ही रहा है।